Answer (hgjghjg)
Medicinal plants- importance and scope (औषधीय एवं सुगंधित पादप - महत्व एवं दायरा):-
Introduction (परिचय):-
> Medicinal Plants Are those plants, rich in secondary metabolites & are potential source of drugs. These secondary metabolites include alkaloids, glycosides, coumarins, flavonoids, steroids.
(औषधीय पौधे वे पौधे होते हैं, जो द्वितीयक उपापचयों से समृद्ध होते हैं और औषधियों के संभावित स्रोत होते हैं। इन द्वितीयक उपापचयों में एल्केलॉइड, ग्लाइकोसाइड्स, कौमेरिन्स, फ्लेवोनोइड्स, स्टीरॉयड्स शामिल हैं।)
> According to the World Health Organization, "a medicinal plant is any plant which, in one or more of its organs/parts, contains substances that can be used for therapeutic purposes, or which are precursors for chemo-pharmaceutical semi synthesis".
(विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, "औषधीय पौधा वह पौधा होता है जिसके एक या अधिक अंगों/भागों में ऐसे पदार्थ होते हैं जिनका उपयोग चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, या जो कीमो-फार्मास्युटिकल अर्ध संश्लेषण के लिए पूर्वगामी होते हैं"।)
> Aromatic plants provide essential oil which is extracted for various applications in industries. For example, the extracts of these aromatic plants are used in cosmetics for flavouring and fragrance purposes.
(सुगंधित पौधे आवश्यक तेल प्रदान करते हैं जिसे उद्योगों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए निकाला जाता है। उदाहरण के लिए, इन सुगंधित पौधों के अर्क का उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों में स्वाद और खुशबू के लिए किया जाता है।)
Characteristics of Medicinal Plants (औषधीय पौधों के अभिलक्षण):- Medicinal plants have many characteristics when used as a treatment, as follow:-
(उपचार के रूप में उपयोग किए जाने पर औषधीय पौधों में कई अभिलक्षण होते हैं, जो इस प्रकार हैं:-)
i. Synergic medicine (साइनर्जिक औषधि):- The ingredients of plants all interact simultaneously, so their uses can complement or damage others or neutralize their possible negative effects. AMLA
(पौधों के सभी अवयव एक साथ परस्पर क्रिया करते हैं, इसलिए इनका उपयोग दूसरों को पूरक या नुकसान पहुंचा सकता है या उनके संभावित नकारात्मक प्रभावों को बेअसर कर सकता है।)
ii. Support of official medicine (आधिकारिक चिकित्सा का समर्थन):- In the treatment of complex cases like cancer diseases the components of the plants proved to be very effective.
(कैंसर जैसे जटिल रोग के उपचार में भी पौधों के तत्व काफी कारगर साबित होते हैं।)
iii. Preventive medicine (निवारक औषधि):- It has been proven that the component of the plants also characterize by their ability to prevent the appearance of some diseases. This will help to reduce the use of the chemical remedies which will be used when the disease is already present i.e., reduce the side effect of synthetic treatment.
(यह सिद्ध हो चुका है कि पौधों के घटक कुछ रोगों की उपस्थिति को रोकने की उनकी क्षमता की विशेषता भी रखते हैं। इससे उन रासायनिक उपचारों के उपयोग को कम करने में मदद मिलेगी जिनका उपयोग तब किया जाएगा जब रोग पहले से मौजूद हो, अर्थात संश्लेषित उपचार के दुष्प्रभाव को कम किया जा सके।)
Important and scope of Medicinal Plants in India (भारत में औषधीय पौधों का महत्व और दायरा):-
> India is one of the few countries where almost all the known medicinal plants can be cultivated in some part of the country of the other. Among the various plants is great demand in the country & abroad are Opium poppy, tropane alkaloid bearing plants saprogenic bearing Yam, Senna, psyllium husk & seeds, cinchona & ipecac.
(भारत उन कुछ देशों में से एक है जहां लगभग सभी ज्ञात औषधीय पौधों की खेती दूसरे देश के किसी न किसी हिस्से में की जा सकती है। देश और विदेश में विभिन्न पौधों की काफी मांग है, जिनमें ओपियम पोस्त, ट्रोपेन अल्कलॉइड वाले पौधे, सैप्रोजेनिक असर वाले रतालू, सेन्ना, साइलियम हस्क और बीज, सिनकोना व आईपेकैक शामिल हैं।)
> The ancient India system of medicines (ISM) is predominantly a plant based material medicine making use of most of our native plants.
[प्राचीन भारत की औषधि प्रणाली (ISM) मुख्य रूप से एक पादप आधारित सामग्री औषधि है जो हमारे अधिकांश देशी पौधों का उपयोग करती है।]
> ISM offers most appropriate or first line therapy against many diseases likes Jaundice, bronchial asthma, rheumatoid arthritis, diabetes etc.
( ISM कई रोगों जैसे पीलिया, ब्रोन्कियल अस्थमा, रुमेटोइड गठिया, मधुमेह आदि के प्रति सबसे उपयुक्त या प्रथम पंक्ति की चिकित्सा प्रदान करता है।)
> India has about 2000 species of medicinal plants & a vast geographical area with high production potential varied agro climatic condition.
(भारत में औषधीय पौधों की लगभग 2000 प्रजातियाँ और उच्च उत्पादन क्षमता वाला एक विशाल भौगोलिक क्षेत्र और विविध कृषि जलवायु परिस्थितियाँ होती हैं।)
> India is already a major exporter of medicinal plants. It is estimated that Rs 86 crores worth of raw materials & drugs from medicinal plants are exported from India.
(भारत पहले से ही औषधीय पौधों का एक प्रमुख निर्यातक है। अनुमान है कि भारत से औषधीय पौधों से प्राप्त कच्चे माल और दवाओं का 86 करोड़ रुपये का निर्यात किया जाता है।)
Importance of Medicinal Plants (औषधीय पौधों का महत्व):-
i. Seeds (बीज):- Production and marketing of quality seeds of high yielding varieties (seed companies).
[बीज कंपनियों द्वारा उच्च उपज देने वाली किस्मों के गुणवत्ता वाले बीजों का उत्पादन और विपणन।]
ii. Plant parts as leaf, bark, root, seed etc. (पादप भाग जैसे पत्ती, छाल, जड़, बीज आदि।):- Enterprises such as large scale cultivation as an agro-industry, marketing of dried plant parts (crude drugs) in national and international markets, establishing market net works can be started.
[कृषि-उद्योग के रूप में बड़े पैमाने पर खेती, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सूखे पौधों के हिस्सों (कच्ची दवाओं) का विपणन, बाजार नेटवर्क स्थापित करने जैसे उद्यम शुरू किए जा सकते हैं।]
iii. Grading of specific plant parts (विशिष्ट पादप भागों की ग्रेडिंग):- Such as leaves of senna, roots of ashwagandha/ safed musli/ long pepper etc. This is the simplest but economically viable small enterprise that can be established at farm level and can add value to the harvested produce.
(जैसे कि सेन्ना की पत्तियां, अश्वगंधा/सफेद मूसली/पिप्पली आदि की जड़ें। यह सबसे सरल लेकिन आर्थिक रूप से व्यवहार्य लघु उध्यम है जिसे खेत स्तर पर स्थापित किया जा सकता है और प्राप्त उत्पाद का मूल्य बढ़ सकता है।)
iv. Plant drugs (पादप औषधियाँ):- This is an age old well known industry manufacturing plant based drugs in traditional systems of medicine such as Ayurveda, Siddha, Homeopathy etc.
(यह आयुर्वेद, सिद्ध, होम्योपैथी आदि जैसी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में पादप आधारित दवाओं का निर्माण करने वाला एक पुराना प्रसिद्ध उध्योग है।)
v. Nutraceuticals (पौष्टिक-औषधीय पदार्थ):- This is a sun rise industry with a large potential for small and medium enterprises.
(यह एक सूर्योदय उध्योग है जिसमें छोटे और मध्यम उध्यमों के लिए बड़ी संभावनाएं हैं।)
vi. Herbal pesticides (हर्बल कीटनाशक):- This enterprise has enormous potential in future.
(इस उध्यम में भविष्य में अपार संभावनाएं हैं।)
vii. Herbal chocolates, sweets etc. (हर्बल चॉकलेट, मिठाइयाँ आदि।):- Sugar free sweets, drinks etc are being marketed internationally.
(शर्करा मुक्त मिठाइयाँ, पेय पदार्थ आदि का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विपणन किया जा रहा है।)
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